के एल यूनिवर्सिटी के बी.टेक छात्र पडिगा तेजेश ने एशिया रोलर स्केटिंग चैंपियनशिप में भारत का नाम रोशन किया है। यह प्रतियोगिता हाल ही में जेचिऑन, दक्षिण कोरिया में हुई थी।
तेजेश ने अपने शानदार प्रदर्शन से एक गोल्ड मेडल (शो ग्रुप इवेंट) और दो सिल्वर मेडल (पेयर स्केटिंग और क्वार्टेट स्केटिंग) जीतकर देश और यूनिवर्सिटी दोनों को गर्व महसूस कराया। क्वालिटी एजुकेशन और प्लेसमेंट के लिए जाने जाते हैं Top Universities in South India।
मेहनत और समर्पण की मिसाल
तेजेश की इस सफलता के पीछे उनकी लगातार मेहनत, धैर्य और उनके कोच, टीम, परिवार और संस्थान का सहयोग रहा।
के एल यूनिवर्सिटी के वाइस प्रेसिडेंट ईआर. कोनेरू लक्ष्मण हविश ने कहा,
"हमारे स्टूडेंट्स की हर उपलब्धि यह साबित करती है कि शिक्षा सिर्फ पढ़ाई तक सीमित नहीं है, बल्कि हर तरह की प्रतिभा को बढ़ावा देने का नाम है। ऐसे सफल छात्र अपने साथियों को भी प्रेरित करते हैं।"
खेलों में लगातार चमक रहे छात्र
के एल यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स खेलों में लगातार अच्छा कर रहे हैं। हाल ही में यूनिवर्सिटी की सीएसई छात्रा, खीर्थी गंता ने भी सुर्खियाँ बटोरीं। उन्हें केरल प्रीमियर चेस लीग (6–7 सितंबर 2025) की नीलामी में अलप्पुझा टीम ने ₹38,000 में खरीदा। वह टूर्नामेंट की दूसरी सबसे महंगी खिलाड़ी बनीं।
यूनिवर्सिटी का गर्व
के एल यूनिवर्सिटी के प्रिंसिपल डॉ. एल. कोटेश्वरा राव, फैकल्टी और फिजिकल एजुकेशन विभाग ने तेजेश को बधाई दी। उन्होंने कहा कि तेजेश ने पढ़ाई और खेल, दोनों में संतुलन बनाकर यह उपलब्धि हासिल की है। यह पूरी यूनिवर्सिटी के लिए गर्व का पल है और बाकी छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
छात्रों के लिए प्रेरणा
तेजेश की यह जीत सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह दिखाती है कि भारत के युवा हर क्षेत्र में आगे बढ़ने की क्षमता रखते हैं। उनके मेडल जीतने से देश और यूनिवर्सिटी दोनों का नाम ऊँचा हुआ है।
खेल विशेषज्ञ मानते हैं कि इस तरह की अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारतीय छात्रों की भागीदारी और जीत आने वाले समय में देश के खेल स्तर को और मजबूत बनाएगी।